भारत का चीन के साथ व्यापार घाटा 8 लाख करोड़ हो गया है, क्योंकि हम कई ऐसे सामान वहां से आयात करते हैं जो आसानी से भारत में भी बनता है, लेकिन क्योंकि चीन में बड़े पैमाने पर बनता है तो वो सस्ता होता है. इनमें प्लास्टिक, रबर, टैक्सटाइल्स, पेपर गुड्स, लकड़ी के प्रोडक्ट और स्टोन एंड ग्लास जैसे सामान शामिल हैं. PM मोदी इसे लेकर लोगों से अपील कर चुके हैं कि विदेशी सामानों पर निर्भरता खत्म करनी चाहिए.